Stuti 26th May 2020

हमें अवि का वही मुस्कुराता हुआ मासूम चेहरा याद आता है जब वह हमारे घर इन्दिरानगर में आया था। वही स्मृति हमारे मन मस्तिष्क में बसी हुई हैं। मनीष जी, अदिति जी की 12 वर्षों की अथक तपस्या को नमन। ईश्वर उसे अपनी गोद में स्थान दे एवं परिवार को वज्रपात सहने की शक्ति प्रदान करे। - दीपक-वसुंधरा व्यास