हर भाषा का शब्दकोश छोटा है... किसी मे भी कोई शब्द नही जो माता पिता को उनके बच्चे के बिछोह पर सांत्वना दे पाये.... सिर्फ बच्चे की प्यारी यादे ही संबल देती हैं.... मनीष अदिति तो त्याग तपस्या की मिसाल बन गए है... हर माता पिता उनको शीश झुका कर प्रणाम करते है....🌹🙏🏼 अवि की प्यारी यादे हम सब के मन मस्तिष्क में छाई हुई है और ताउम्र रहेगी....😘😘 अवि बेटू तुम जो अपनी नई यात्रा पर निकल गए हों, उसमें तुम्हे सफलता सुकून शांति मिले.... सुमन बुआ