Madhulika 26th May 2020

अवि, हमारा प्यारा ,सबका दुलारा अवि, हमारे दिल में बसा है, उसकी एक एक याद हमारे दिलो को झकझोर रही है। जब उसके परिवार में , अदिति के गोद में आने की सूचना मिली थी ,हम सबके हर्ष का पारावार न था, उसके आने से हम भाई बहनों की चेन पूरी हुई। उसका वो बालपन, वो मासूम प्यारा चेहरा। वो भोली प्यारी मुस्कान बहुत याद आ रही है, हमेशा खुशमिजाज और उत्सुक चेहरा, उसे यहां इंडिया में अच्छा लगता था, सब बच्चो के साथ मस्त खेलना, cow को आश्चर्य से देखना, उसे रोटी देना अवि को बहुत अच्छा लगता था, यहां इतने सारे भैय्या देखकर अवि खुश हो जाता था, मुझे बेबी बुआ कहने में उसे बड़ा आश्चर्य होता था कि इतनी बड़ी का नाम बेबी केसे हो सकता है । वो हमे बहुत याद आएगा, जब तक जिएंगे, वह हमारे दिल में बसा रहेगा वो कहीं नहीं गया है, यहीं है हमारे पास। कोई देवदूत की तरह आया, अपने मोहपाश में सबको बांधकर यादें देकर शरीर से भले ही चला गया हो पर उसकी आत्मा यहीं है हम सबके साथ। अवि के लिए भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा है, व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं मिल रहे। वो जहां भी है, ईश्वर उसे सुख शांति दें, यही प्रार्थना है। उसकी बेबी बुआ